सूरदास के पद भ्रमरगीत


सूरदास के पद: भ्रमरगीत – Vedant Kesari
https://rajyogi255.wordpress.com/.../सूरदास-के-पद...
 सूरदास के पद: भ्रमरगीत निसि दिन बरषत नैन हमारे निसि दिन बरषत नैन हमारे। सदा रहति बरषा रितु हम पर जब तें स्याम सिधारे॥ दृग अंजन न रहत निसि बासर कर कपोल भए कारे। कंचुकि पट सूखत नहिं कबहूं उर बिच बहत पनारे॥ आंसू सलिल भई सब काया पल न ...

Bhramar Geet: Surdas by Manisha Kulshreshtha
hindinest.com/bhaktikal/02452.htm
भ्रमर गीत : सूरदास. ऊधौ मन ना भये दस-बीस एक हुतो सो गयौ स्याम संग, कौ आराधे ईस? भ्रमर गीत में सूरदास ने उन पदों को समाहित किया है जिनमें मथुरा से कृष्ण द्वारा उध्दव को ब्रज संदेस लेकर भेजा जाता है और उध्दव जो हैं योग और ब्रह्म के ज्ञाता हैं ...

भ्रमरगीत - विकिपीडिया
https://hi.wikipedia.org/wiki/भ्रमरगीत
भ्रमरगीत में सूरदास ने उन पदों को समाहित किया है जिनमें मथुरा से कृष्ण द्वारा उद्धव को ब्रज संदेस लेकर भेजते हैं। उद्धव योग और ब्रह्म के ज्ञाता हैं। उनका प्रेम से दूर-दूर का कोई सम्बन्ध नहीं है। जब गोपियाँ व्याकुल होकर उद्धव से कृष्ण के बारे ...

भ्रमर गीत / सूरदास - कविता कोश
www.kavitakosh.org/kk/भ्रमर_गीत_/_सूरदास
 ऊधौ मन ना भये दस-बीस एक हुतो सो गयौ स्याम संग, कौ आराधे ईस॥1॥ भ्रमर गीत में सूरदास ने उन पदों को समाहित किया है जिनमें मथुरा से कृष्ण द्वारा उद्धव को बर्ज संदेस लेकर भेजा जाता है और उद्धव जो हैं योग और ब्रह्म के ज्ञाता हैं ...

सूरदास और उनका भ्रमरगीत: Surdas and His Bhramar ...
www.exoticindiaart.com/.../surdas-and-his-bhramar-ge...
ने लगभग 400 पदों को सूरसागर के भ्रमरगीत से छांटकर उनका 'भ्रमरगीत सार' के रूप में संग्रह किया था । ... भ्रमरगीत परम्परा 7 3 भ्रमरगीत परम्परा में सूर का स्थान 16 4 सूरदास के भ्रमरगीत की विशेषताएँ 20 5 भ्रमरगीत : विरह वर्णन 27 6 भ्रमरगीत : प्रकृति वर्णन ...

भ्रमरगीतसार परिचय ~ हिन्दी भाषा साहित्य
knowhindi.blogspot.com/2011/.../blog-post_6183.htm...
इसमें भी भ्रमरगीत-सार प्रसंग द्वारा सूरदासजी ने अपनी अनन्य श्रीकृष्ण प्रीति को गोपियों की उपालंभ स्थिति द्वारा अभिव्यक्त किया है -. मुख्य रूप से सूरदासजी के पदों को हम तीन प्रकार से बांट सकते हैं -. 1. विनय के पद (भगवद् विषयक ...

ram ram bhai: "भ्रमरगीत से "-सूरदास
veerubhai1947.blogspot.com/2013/.../blog-post_17.ht...
"भ्रमरगीत से "-सूरदास. "भ्रमरगीत से "-सूरदास निर्गुण कौन देस ... कृष्ण केसखा गोपियों के पास पहुंचे तो गोपियों ने कुछ यूं उनका मज़ाक उड़ाया। गोपियाँ जानती थीं उद्धव ... भ्रमर गीतसे एक और पद -सूरदास उधौ मन नाहिं दस बीस , एकहु तो सो ...

Poet Surdas | आदि कवि सूरदास | Webdunia Hindi
hindi.webdunia.com/.../आदि-कवि-सूरदास-10704...
सूरदास की तथाकथित रचना 'साहित्य लहरी' के एक पद में उन्हें चंदबरदायी का वंशज माना गया है और उनका वास्तविक नाम सूरजचंद बताया गया है। इस पद ... 'भ्रमरगीत' में गोपियों का विरह-वर्णन भी उन्होंने जिस तन्मयता के साथ किया है, वह दर्शनीय है। 'भागवत' ...

सूरदास के पद |authorSTREAM
www.authorstream.com/.../vishakha.srivas98-2205884...
सूरदास के पद प्रश्न-उत्तर प्रश्न-गोपियों द्वारा उद्धव को भाग्यवान कहने में क्या व्यंग्य निहित है ? उत्तर- .... सूरदास के पद : सूरदास के पद प्रश्न 12: संकलित पदों को ध्यान में रखते हुए सूर के भ्रमरगीत की मुख्य विशेषताएँ बताइये। उत्तर- ...

NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 1- पद हिंदी « Study ...
www.studyrankers.com › class10hindi
NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 1- पद क्षितिज भाग-2 हिंदी. सूरदास. पृष्ठ संख्या: 7. प्रश्न अभ्यास. 1. गोपियों द्वारा उद्धव को भाग्यवान कहने में क्या .... 'भ्रमरगीत' में सूरदास ने विरह केसमस्त भावों की स्वाभाविक एवं मार्मिक व्यंजना की हैं।

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